अब 'अल्जूमैब' दवा से होगा गंभीर कोरोना रोगियों का इलाज सरकार ने दी मंजूरी


इस स्वदेशी दवा को अब कोविड-19 के लिए पुनर्निर्मित किया गया है।


दुनियाभर के देशों से तुलना की जाए तो भारत में अकेले 12 फीसदी कोरोना के मामले मौजूद हैं। भारत तीसरा सबसे अधिक कोरोना प्रभावित देश है। कोरोना संक्रमण के इस दौर में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने COVID-19 के मध्यम से गंभीर रोगियों के लिए 'अल्जूमैब'  (Itolizumab) के सीमित आपातकालीन उपयोग को मंजूरी दे दी है।


केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के मुताबिक 'अल्जूमैब' (आरडीएनए मूल) एक मोनोक्लोनल एंटीबॉडी है जिसे पहले से ही पुरानी प्लेक सोरायसिस में उपयोग के लिए मंजूरी मिली हुई है। अब डीसीजीआई (DCGI) ने क्लीनिकल ट्रायल डेटा के आधार पर इस 'अल्जूमैब'  के सीमित आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी है।


विस्तृत विचार-विमर्श के बाद और समिति की सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए डीसीजीआई ने कोविड-19 की वजह से मध्यम से गंभीर तीव्र श्वसन पीड़ा लक्षण (एआरडीएस) वाले रोगियों में साइटोकिन रिलीज सिंड्रोम (सीआरएस) के उपचार के लिए कुछ शर्तों जैसे रोगियों की सूचित सहमति, एक जोखिम प्रबंधन योजना, केवल अस्पताल में उपयोग किया जाना आदि, के अधीन दवा के सीमित आपातकालीन उपयोग के तहत दवा का विपणन करने की अनुमति देने का फैसला किया है।