योग और आध्यात्मिक पुस्तकों को सहारा बनाया
18 दिन का क्वारंटाइन का समय काट रहे उत्तम नगर निवासी अंकित ने बताया कि सात साल अपने देश से दूर रहकर उन्हें जो कमी महसूस होती थी। वह इन 16 दिनों में पूरी हो गई। वह अकेले जरूर थे, लेकिन योग और अध्यातमिक किताबों ने बहुत सहारा दिया, जिससे 16 दिन गुजर गए और अब वह व उनका परिवार सुरक्षित हैं।
अंकित ने बताया कि पिछले सात सालों से न्यूजीलैंड में रहकर कारोबार कर रहे थे। दौ फरवरी को अपने परिजनों से मिलने के लिए भारत वापस आए। यहां से अपने चचेरे भाइयों को घुमाने के लिए मलेशिया चला गया। वहां कोरोना के चलते स्थिति खराब थी और भारत के लिए अंतिम फ्लाइट आने वाली थी। अंकित ने वह फ्लाइट पकड़ी और 14 मार्च को चेन्नई होते हुए दिल्ली पहुंचे।
एयरपोर्ट से घर आते हुए अंकित के पास फोन आया और उन्हें बताया कि जांच के बाद आप को 18 दिन के लिए घर में ही क्वारंटाइन में रहना होगा। इस दौरान आप को अपने परिजनों से अगल और उनकी सुरक्षा का ध्यान रहते हुए काम करना होगा। अंकित को बताया गया कि उनके ऊपर स्वास्थ्य विभाग की टीम नजर रखेगी।