आज पता चलेगा, की दिल्ली के मतदाता किसके साथ है
दिल्ली में नई सरकार के गठन को लेकर जनता के फैसले की घड़ी आ गई है।
आठ फरवरी को हुए मतदान के नतीजे मंगलवार को आ जाएंगे।
सुबह आठ बजे से 21 मतगणना केंद्रों पर मतों की गिनती होगी। दोपहर तक सभी 70 सीटों पर स्थिति काफी हद तक स्पष्ट हो जाएगी। हालांकि, परिणाम शाम तक घोषित होने की उम्मीद है।चुनाव मैदान में उतरी प्रमुख पार्टियां आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही हैं। हालांकि, सीधा मुकाबला आप और भाजपा में माना जा रहा है। कोई यह बताने की स्थिति में नहीं है कि आप जीत का हैटिक पूरा करेगी या फिर भाजपा का 22 साल का वनवास खत्म होगा। खास बात यह है कि आम आदमी पार्टी के दिल्ली की राजनीति में कदम रखने के बाद दो विधानसभा चुनावों में भारी मतदान हुआ था। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में 65.63 फीसद वोट पड़े तो पिछले विधानसभा चुनाव (वर्ष 2015) में 67.12 फीसद मतदान हुआ था और आप ने प्रचंड बहुमत से सरकार बनाई। पिछले साल लोकसभा चुनाव में यहां 60.5 फीसद मतदान हुआ था, जिसमें आप को करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस बार विधानसभा चुनाव में 62.59 फीसद मतदान हुआ है, जो पिछले दो विधानसभा चुनावों के मुकाबले कम है। इस वजह से सभी दलों की धड़कनें बढ़ी हुई हैं। एक्जिट पोल में आप को एकतरफा जीत : मतदान के बाद हुए सभी एक्जिट पोल ने आम आदमी पार्टी के पक्ष में एकतरफा जीत बताई है। वहीं, भाजपा ने 48 सीटों पर जीत का दावा किया है, जबकि कांग्रेस भी सत्ता में वापसी का भरोसा जता रही है।कांग्रेस के प्रदर्शन का फैसले पर होगा असर : राजनीति के जानकारों का मानना है कि कांग्रेस के प्रदर्शन पर चुनाव का परिणाम बहुत हद तक निर्भर करेगा। यदि लोकसभा चुनाव की तरह कांग्रेस ने अपना प्रदर्शन बेहतर किया तो इसका फायदा भाजपा को मिल सकता है। यदि कांग्रेस कमजोर रही तो आप को फायदा मिलना तय है।चर्चाओं का बाजार गर्म : इसके साथ ही चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। भाजपा को अनुमान है कि केंद्र सरकार के अहम निर्णय, दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने के लिए उठाए गए कदम व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जोरदार चुनाव प्रचार के दम पर वह सत्ता में आ सकती है। वहीं आप पिछली बार की तरह ही ऐतिहासिक जीत का दावा कर रही है।