उन्नाव रेप पीड़िता को एयर लिफ्ट कराकर दिल्ली लाया गया, सफदरजंग अस्पताल में भर्ती
एक और गैंग रेप कर उन्नाव में महिला को जलाने की कोशिश
हैदराबाद में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता डॉक्टर को जिंदा फूंकने की जघन्य वारदात के बाद उन्नाव में गुरुवार तड़के दुष्कर्म का केस वापस न लेने पर युवती को केरोसिन डालकर जिंदा जलाने की दुस्साहसिक कोशिश की गई।
जलती युवती आधा किलोमीटर तक मदद मांगते दौड़ती रही। कुछ दुकानदारों ने देखा तो आग बुझाकर पुलिस को खबर दी। युवती को बचाने के लिए लखनऊ से एयर एंबुलेंस के जरिये दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल भेजा गया है। चिकित्सकों का कहना है कि पीड़िता 95 प्रतिशत जली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 24 घंटे में घटना की रिपोर्ट तलब की है। मुख्यमंत्री के सख्त रुख के बाद पांचों आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए हैं। मंडलायुक्त ने जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम गठित की है। इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग ने डीजीपी से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है।
उन्नाव जिला मुख्यालय से 52 किमी दूर बिहार क्षेत्र की 25 वर्षीय युवती गुरुवार तड़के पांच बजे दुष्कर्म के केस में पैरोकारी के लिए लालगंज (रायबरेली) की ट्रेन पकड़ने बैसवारा स्टेशन जा रही थी। बकौल पीड़िता, गांव से तीन सौ मीटर दूर रास्ते में आरोपित शिवम त्रिवेदी मिला। चार साथी भी थे। केस वापस लेने का दबाब बनाया और मना करते ही उन्होंने केरोसिन डालकर आग लगा दी। जलती युवती आधा किमी दौड़ी और गैस एजेंसी गोदाम के पास गिर गई। शोर सुनकर दुकान में लेटे रामकरन व बच्चा लाल ने आग बुझाकर यूपी-112 को सूचना दी। उसे पहले सुमेरपुर सीएचसी, फिर जिला अस्पताल लाया गया। यहीं युवती ने डीएम देवेंद्र पांडेय व एसपी विक्रांतवीर को घटना बताई। एसपी ने बताया कि जांच के लिए एएसपी विनोद पांडेय की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय एसआइटी गठित की गई है। एसडीएम बीघापुर दयाशंकर पाठक को दर्ज कराए बयान के बाद गांव के ही शिवम त्रिवेदी व उसके पिता हरिशंकर त्रिवेदी, शुभम त्रिवेदी व उसके पिता रामकिशोर और रामकिशोर के मित्र उमेश वाजपेयी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्य आरोपित शिवम को कानपुर में एक रिश्तेदार के घर से दबोचा गया।
इससे पहले पीड़िता ने उन्नाव के जिला अस्पताल में एसडीएम बीघापुर के समक्ष बयान दिया कि शिवम ने बात करने के लिए उसे रायबरेली चलने को बुलाया था। शिवम के साथ उसके पिता रामकिशोर, शुभम और उसके पिता हरिशंकर के साथ उमेश वाजपेयी भी थे। सभी उस पर दुष्कर्म का मुकदमा वापसी का दबाव बना रहे थे। इन्कार पर केरोसिन छिड़क कर आग लगा दी।
घटना पर मुख्यमंत्री योगी ने कठोर कदम उठाने के निर्देश दिए। इस पर सरकारी मशीनरी हरकत में आई और चिकित्सकों की रिपोर्ट को देखते हुए पीड़िता को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराने का फैसला किया गया। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि सिविल अस्पताल से एयरपोर्ट तक ग्रीन कॉरीडोर बनाकर साढ़े छह बजे पीड़िता को दिल्ली भेजा गया है। दिल्ली में भी ऐसा ही कारिडोर बनाकर 13 किमी की दूरी 18 मिनट में तय कर अस्पताल में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों के अनुसार वह 95 प्रतिशत जली है। पीड़िता के बयान के आधार पर पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें शुभम, हरि शंकर, उमेश व राम किशोर को उन्नाव पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि आरोपित शिवम ने थाने आकर समर्पण किया। इस बीच मंडलायुक्त मुकेश मेश्रम द्वारा उन्नाव के एएसपी विनोद पांडेय के नेतृत्व में गठित पांच सदस्यीय टीम ने जांच शुरू कर दी है।
देर शाम जिलाधिकारी उन्नाव ने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इसमें कहा गया है कि पीड़िता के भाई की तहरीर पर 307, 326 व अन्य धाराओं में शिवम व शुभम को आरोपी बनाते हुए मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्नाव में गुरुवार को दुष्कर्म पीड़िता युवती को जलाए जाने की जघन्य घटना को मुख्यंमत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लेते हुए आरोपितों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के कड़े निर्देश दिए। उन्होंने घायल पीड़िता को सरकारी खर्च पर हर संभव चिकित्सा सुविधा प्रदान किए जाने का निर्देश भी दिया है।
मुख्यमंत्री ने उन्नाव के डीएम व एसपी को आरोपितों के खिलाफ तत्काल कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मंडलायुक्त लखनऊ व आइजी लखनऊ रेंज को तत्काल उन्नाव जाकर पूरे प्रकरण की जांच कर आख्या मांगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आरोपितों को न्यायालय से सजा दिलाने के लिए कोर्ट में प्रभावी दंड दिलाने के लिए भी हर संभव कार्रवाई की जाए। दूसरी ओर डीजीपी ओपी सिंह ने दुष्कर्म पीड़िताओं की सुरक्षा-व्यवस्था की समीक्षा नए सिरे से किए जाने का निर्देश दिया है। कहा कि सभी जिलों में जल्द इसकी समीक्षा कर रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए। इसके साथ गवाहों की सुरक्षा के लिए बनी स्कीम के तहत भी सभी मामलों का रिव्यू करने का निर्देश भी दिया है।