टपकने लगीं थी स्कूल की छत बनते ही चार साल पहले
चार साल पहले जिले के चार ब्लॉकों में बने राजकीय हाईस्कूलों के भवनों की छत बनते ही टपकने लगी थी |
कार्यदायी संस्था ने इनके निर्माण में इतनी गड़बड़ी की कि फर्श टूट गए और दीवारें दरक गईं। बच्चे और अध्यापक परेशान हैं, शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार ध्यान ही नहीं दे रहे। अब इस धांधली का पर्दाफाश होने की आस बंधी है। जिलाधिकारी ने मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है।
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (आरएमएसए) के तहत वर्ष 2010-11 में चार उच्चीकृत राजकीय हाईस्कूलों के भवन निर्माण को स्वीकृति मिली थी। कल्याणपुर ब्लाक के रामपुर भीमसेन, चौबेपुर के राय गोपालपुर, शिवराजपुर के बीरामऊ और बिल्हौर के अलियापुर में प्रति भवन निर्माण के लिए 51.98 लाख रुपये की धनराशि जारी हुई। प्रदेश विधायन एवं निर्माण सहकारी संघ लिमिटेड (पैकफेड) ने इनका निर्माण कर वर्ष 2015 में माध्यमिक शिक्षा विभाग को हस्तांतरित कर दिया।
लेकिन पहली बारिश में ही चारों स्कूलों के भवनों की दीवारें दरकने लगीं। छत से पानी टपकने लगा और फर्श टूटने लगे। अध्यापक और विद्यार्थी परेशान हुए तो प्रधानाचार्यो ने तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) से शिकायत की। डीआओएस और आरएमएसए के परियोजना अधिकारी ने सीडीओ को अवगत कराया। 11 अगस्त 2015 को ही तत्कालीन सीडीओ शंभू कुमार ने पत्र भेजकर पैकफेड के परियोजना प्रबंधक को खामियां दुरुस्त कराने के निर्देश दिए, लेकिन पैकफेड ने कुछ भी नहीं किया। तब से लगातार हर वर्ष प्रधानाचार्य शिकायत करते चले आ रहे हैं। अब डीआइओएस सतीश चंद्र ने इस प्रकरण से जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत को अवगत कराया है। उन्होंने सीडीओ को पूरे प्रकरण की जांच कराकर दोषियों को दंडित करने के आदेश दिए हैं।