सेना के जवान अपने कैनोपी टेंट में आग से पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगे।
वह दिन दूर नहीं जब सेना के जवान अपने कैनोपी टेंट में आग से पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगे। जवानों को आने वाले दिनों में ऐसे कैनोपी (अर्धचंद्राकार) टेंट मिलेंगे, जिसमें आग नहीं लग सकेगी। सेना की डिमांड पर बड़े पैमाने पर अब शहर की आयुध उपस्कर निर्माणी (ओईएफ) में अग्निरोधी कैनोपी का निर्माण होगा। कैनोपी मांग के अनुरूप समय से सेना को उपलब्ध हो जाए इसके लिए निर्माणी वेंडरांे की मदद भी लेगी।
बुधवार को ओईएफ के निरीक्षण भवन में सुबह 11 बजे से तीन बजे तक वेंडर मीट का आयोजन किया गया। ओईएफ के अधिकारियों ने जब वेंडरों को सेना की जरूरतें समझाईं तो रिलायंस कंपनी के प्रतिनिधि ने बताया कि ऐसे टेंट के लिए उसके पास पहले से फैब्रिक तैयार हैं। अधिकारियों ने कहा कि सेना को छह से सात हजार अग्निरोधी केनोपी टेंट की फिलहाल जरूरत है, इसलिए उच्च गुणवत्ता से बनी रिलायंस के प्रतिनिधि ने कहा कि ने बताया कि उनके पास जो फैब्रिक है, वह पूरी तरह से अग्निरोधी है और वह इसके निर्माण में सहयोग को तैयार हैं। अधिकारियों ने वेंडरों से कहा कि सेना और अंतरराष्ट्रीय स्तर की जरूरतों को समझते हुए उच्च गुणवत्ता और नई तकनीक का इस्तेमाल करके सामग्री का निर्माण करें ताकि आपके उत्पाद हाथों हाथ लिए जाएं। वेंडरों को सेना की जरूरतों के बारे में विस्तार से बताया गया। ओईएफ के महाप्रबंधक डीसी श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई इस मीट में क्वालिटी एश्योरेंस अफसर कर्नल दुष्यंत सिंह ने ओईएफ के उत्पादों की तारीफ की। मीट में आई वेंडर कंपनियों आरएसवीएम, रूबी मिल्स यूनिवर्सल टेक्सटाइल्स, कुसुमगर कारपोरेट्स समेत सभी के प्रतिनिधियों का स्वागत अपर महाप्रबंधक वीके चौधरी ने किया।