नहीं बढ़ेगी फीस, सात लाख छात्रों को मिली राहत
सात लाख से अधिक छात्र-छात्राओं के लिए राहत भरी खबर है। अब डेढ़ से दोगुनी बढ़ी फीस लागू नहीं होगी।
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) व इससे संबद्ध महाविद्यालयों के करीब सात लाख से अधिक छात्र-छात्राओं के लिए राहत भरी खबर है। अब डेढ़ से दोगुनी बढ़ी फीस लागू नहीं होगी। विवि प्रशासन ने वृद्धि के फैसले को फिलहाल स्थगित कर दिया है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। कोर्ट के फैसले के बाद ही फीस वृद्धि को लेकर निर्णय लिया जाएगा।
कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता की अगुवाई में 24 मई को हुई बैठक में फीस वृद्धि लागू की गई थी। इस सत्र में स्नातक (बीए, बीएससी, बीकॉम) के छात्रों से 885 रुपए के बजाय 1185 रुपए परीक्षा शुल्क लिया गया। इसी तरह प्रैक्टिकल और मौखिक परीक्षाओं के लिए अलग से सौ रुपए शुल्क लिया गया। परास्नातक (एमए, एमएससी और एमकॉम) में छात्रों से 835 रुपए के बजाय 1385 रुपए शुल्क लिया गया। बीएड के छात्रों का परीक्षा शुल्क 1300 से बढ़ाकर 1500, एमएड का 1700 से बढ़ाकर दो हजार रुपए लिया गया। बीएससी नर्सिंग के छात्रों से एक हजार के बजाए दो हजार रुपए परीक्षा शुल्क लिया गया। एमबीबीएस, बीएमएस, बीयूएमएस के छात्रों को अब नौ हजार रुपए परीक्षा शुल्क लिया गया। जबकि पहले इसका शुल्क 7500 रुपए था। मेडिकल के पीजी कोर्स में शुल्क 10 हजार से बढ़ाकर 12 हजार रुपए, एलएलबी और बीए-एलएलबी के छात्रों से 1020 के बजाय 1500 रुपए परीक्षा शुल्क लिया गया। खेल शुल्क भी 20 रुपए से बढ़ाकर 40 रुपए लिया गया। इससे 11 जिलों के करीब 1100 से अधिक महाविद्यालयों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को राहत मिली है।