मुआवजे की मांग पर ट्रांसगंगा सिटी में किसानों और पुलिस में मुठभेड़

जिलाधिकारी : भड़का रहे किसानों को कानपुर के कुछ लोग



ट्रांस गंगा सिटी में मुआवजे की मांग कर रहे किसानों का आक्रोश शनिवार को निर्माण की तैयारी देख फूट पड़ा। किसानों ने साइट पर उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के महाप्रबंधक अभियंत्रण को घेर लिया। मजदूरों को भी भगा दिया। बस, कार व जेसीबी में तोड़फोड़ की। जेसीबी चालक घायल हो गया। बिगड़ते हालात देख पीएसी व 13 थानों के फोर्स ने मोर्चा संभाला। समझाने की कोशिशों के बीच पथराव शुरू हो गया तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। आंसू गैस के गोले भी छोड़े। पथराव में सीओ सिटी, एएसपी समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। लाठीचार्ज में 15 किसान घायल हो गए। आंदोलन की अगुवाई करने वाले किसान नेता गिरफ्तार कर लिया गया।


शुक्रवार को प्रशासन के साथ हुई बैठक में ट्रांस गंगा सिटी में निर्माण शुरू कराने की सहमति बनने पर यूपीसीडा के महाप्रबंधक अभियंत्रण संदीप चंद्रा शनिवार सुबह साइट आफिस पहुंचे थे। काम शुरू कराए जाने की जानकारी पर किसान नेता वीएन पाल के नेतृत्व में पहुंचे पांच सौ से अधिक किसानों ने मुआवजा दिए जाने से पहले काम न होने देने की चेतावनी देते हुए महाप्रबंधक का घेराव किया। मजदूरों को खदेड़ना शुरू कर दिया। यूपीसीडा के अधिकारियों को पीछे हटना पड़ा। किसानों ने परिसर को घेरकर जमकर तोड़फोड़ की। डीएम तक जानकारी पहुंची तो भारी फोर्स भेजा गया। प्रशासन दो घंटे तक किसानों को समझाने और शांत कराने का प्रयास करता रहा। दो बजे डीएम देवेंद्र पांडेय और एसपी एमपी वर्मा ने गंगाघाट थाने में डेरा जमा लिया। एडीएम राकेश सिंह व एएसपी विनोद पांडेय ने किसानों को काम में अवरोध न बनने की चेतावनी दी। एडीएम किसानों को फिर समझाने कोशिश कर रहे थे, तभी भीड़ से पथराव शुरू हो गया। अधिकारियों के इशारे पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ना शुरू कर दिया। आंसू गैस और पानी की धार का भी प्रयोग किया। किसानों का पथराव और तेज हो गया। सीओ सिटी अंजनी कुमार राय, दारोगा अनिरुद्ध सिंह और सिपाही अजय सिंह घायल हो गए। एएसपी विनोद कुमार पांडेय हाथ में पत्थर लगने से चुटहिल हो गए। पुलिस ने कई मीडिया कर्मियों को भी निशाना बनाया। फोन और कैमरे छीन लिए।