लापरवाही से मीटर रूम में लगी आग दादानगर में तीन हजार फैक्टियों की बिजली गुल

हल्की बरसात ने शुक्रवार को शहर की बिजली व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया।



एक दर्जन से ज्यादा सबस्टेशन तकनीकी गड़बड़ियों के चलते बंद हुए तो हजारों उपभोक्ताओं के साथ तीन हजार से ज्यादा फैक्टियों में उत्पादन बंद हो गया।


दादानगर उपकेंद्र का पॉलीमर फीडर तकनीकी खामी के चलते दोपहर 3:30 बजे से शाम पांच बजे तक बंद रहा। इसके चलते यहां की 967 फैक्टियों का उत्पादन प्रभावित रहा। दादानगर में ही अपट्रांस्टेट और एस ब्लाक फीडर भी ओवरलोड के कारण सुबह 6:15 बजे से 9:45 बजे तक बंद रहा। इसके चलते साढ़े तीन घंटे यहां की 386 फैक्टियों का उत्पादन प्रभावित रहा। इसी तरह दूसरे पॉलीमर फीडर की बिजली आपूर्ति सुबह 9:45 से दोपहर दो बजे तक प्रभावित रही। यहां इंसुलेटर में खराबी आ गई थी। जिसके चलते 1967 फैक्टियों में बिजली आपूर्ति प्रभावित रही। इस तरह दादानगर में करीब तीन हजार फैक्टियों में बिजली न आने के चलते उत्पादन प्रभावित रहा।


रिहायशी इलाके रहे प्रभावित : पिछले कुछ दिनों से ब्रेकडाउन से राहत महसूस कर रहे शहरवासियों को शुक्रवार बड़े बिजली संकट का सामना करना पड़ा। जल संस्थान उपकेंद्र के जल संस्थान और हैलट फीडर की आपूर्ति सुबह 8:30 बजे से सुबह 11 बजे तक ठप रही। यहां पर एचटी लाइन से पेड़ की एक डाल छूने की वजह से दोनों फीडर ब्रेकडाउन में चले गए।


इसके चलते 4500 उपभोक्ताओं को बिजली संकट का सामना करना पड़ा। मुख्य रूप से जल संस्थान फीडर की आपूर्ति बंद होने से कई क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हुई। हैलट फीडर की बिजली बंद होने से एलएलआर अस्पताल में मरीजों को बिना बिजली रहना पड़ा वहीं जवाहर नगर उपकेंद्र के अस्सी फिट रोड स्थित फीडर से बिजली आपूर्ति तकनीकी खामी के चलते बंद हो गई। यहां दो हजार उपभोक्ता दोपहर 12:30 बजे तक परेशान रहे। म्योर मिल उपकेंद्र का सिविल लाइन फीडर इंसुलेटर फटने की वजह से सुबह 10:30 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक ब्रेकडाउन में रहा। यहां भी करीब तीन हजार उपभोक्ता प्रभावित हुए।