दर्ज हुआ मुकदमा छात्रवृत्ति घोटाले में
छात्रवृत्ति घोटाले की जद में आए आठ और स्कूलों की जांच शनिवार को पूरी हो गई।
आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) कानपुर इकाई ने इटावा की तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी, तत्कालीन पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी समेत 13 अधिकारी, कर्मचारी और आठ स्कूल प्रबंधकों व प्रधानाचार्यो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। सभी को जांच में दोषी पाया गया है। इटावा में दस वर्ष पूर्व छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति में करोड़ों का घोटाला हुआ था। कागजों पर फर्जी स्कूल खोलकर अधिकारियों, स्कूल प्रबंधक व प्रधानाचार्यो ने मिलकर सरकार की ओर से मिलने वाली छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति की धनराशि हड़प कर ली थी। शिकायत के बाद इटावा के तत्कालीन जिलाधिकारी ने जांच शुरू कराई और फिर शासन की ओर से छह मई 2010 को जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा को स्थानांतरित कर दी गई थी। ईओडब्ल्यू के डिप्टी एसपी सोहराब आलम ने बताया कि फरवरी 2019 में 65 स्कूलों के प्रबंधक व प्रधानाचार्यो और तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी आदि अधिकारियों व कर्मचारियों समेत 154 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। आठ स्कूलों के खिलाफ जांच चल रही थी।