फिर से सक्रिय राजनीति में लौटे कल्याण सिंह, बीजेपी की सदस्यता ली
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह फिर से बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
सोमवार को राजधानी लखनऊ स्थित बीजेपी कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कल्याण सिंह को सदस्यता दिलाई. बता दें कि राजस्थान के राज्यपाल बनाए जाने के बाद कल्याण सिंह ने बीजेपी की सदस्यता छोड़ी थी. क्योंकि राज्यपाल संविधानिक पद है और उस पर बैठने वाला व्यक्ति किसी भी दल का सदस्य नहीं होना चाहिए. ऐसे में कल्याण सिंह बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता छोड़नी पड़ी थी.कल्याण सिंह बीजेपी के हिंदू चेहरा के रूप में बड़ी पहचान रखते हैं. राम मंदिर आंदोलन में कल्याण सिंह की भूमिका अहम रही है. यही कारण है कि जब वो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और 6 दिसम्बर 1992 को रामभक्तों ने विवादित स्थल को ध्वस्त करना शुरू किया तो उन्होंने पूरी घटना की जिम्मेदारी खुद पर ही ले ली थी. बाद में उन्हें सरकार से इस्तीफा देना पड़ा था. कल्याण सिंह की पहचान पिछडों के नेता के रूप में भी होती है. उनके नेतृत्व में हमेशा पिछड़ों को हक दिलाने की बात जोरदारी से कही जाती रही है. एक बार कल्याण सिंह बीजेपी हाईकमान से नाराज हुए थे. इस समय उन्होंने बीजेपी छोड़कर भारतीय क्रांति मोर्चा बनाया था और उसके बाद राष्ट्रीय क्रांति पार्टी का गठन किया था. एक बार फिर बीजेपी की सदस्यता लेने के बाद कल्याण सिंह राजनीति में पूरी तौर से सक्रिय होंगे. पार्टी कार्यकर्ता मानते हैं कि कल्याण की वापसी से पार्टी और मजबत होगी. कल्याण सिंह के आते ही उत्तर प्रदेश में 13 सीटों में उपचुनाव होने हैं, ऐसे में उपचुनाव में भी बीजेपी के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं. हालांकि उपचुनाव में कल्याण सिंह का कितना कमाल होगा, यह देखना होगा. साभार सनक के चलते बेटे ने