अब भी अगर ट्रैफिक नियमों को नहीं माने तो चालान के साथ भुगतना होगा खामियाजा
ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर गाड़ी चलाने वाले हा वाहन बीमा का प्रीमीयम भी ज्यादा यम भी ज्यादा चुकाना पड़ सकता है. भारतीय ता है. भारताय बीमा नियामक प्राधिकरण (इरडा) ने पिछले दिनों एक हो दिशा-निर्देश जारी करने के साथ ही इसकी तैयारी शुरू कर दी है. सूत्रों के मुताबिक, ट्रैफिक नियमों क उल्लघन का वाहन बामा से जोड़न के लिए केंद्र सरकार के आग्राह पर इरडा ने एक कार्यसमिति का गठन किया है. यह समिति वाहन बीमा पॉलिसी को ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन से जोड़ने को लेकर रडा ने एक कार्यसमिति का सिफारिश देगी. इस समिति में नौ लोग हैं. जिसमें दिल्ली टैफिक पुलिस, इरडा, इंश्योरेंस इंफोर्मेशन ब्यरो ऑफ इंडिया और प्रमख से ऑफ इंडिया और पमख जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हैं. इस समिति की जिम्मेदारी होगी कि वो दो महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट सरकरा को सौंपे. इस समीति के गठन पर इरडा न बताया। बीमा को ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन से जोड़ने पर सडक दुध दुर्घटनाओं में कमी आएगी. जनरल इंश्योरेंस के अनुसार, देश में 70 फीसदी पुराने दोपहिया वाहनों का बीमा नहीं हैं. वहीं चार पहिया वाहनों में 30 फीसदी का बीमा नहीं है |